Holika Dahan 2022: 17 मार्च को होली, प्रदोषकाल में 6.34 बजे से पूजन का श्रेष्ठ समय

Holika Dahan 2022: भद्रा होने से होलिका का दहन अपर रात्रि 3 बजे के बाद करना शास्त्र सम्मत रहेगा।

Holika Dahan 2022: उज्जैन

फाल्गुन पूर्णिमा पर 17 मार्च को होलिका का पूजन होगा। धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार होली पर प्रदोषकाल में 6.34 बजे से पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय है। हालांकि प्रदोषकाल में भद्रा होने से होलिका का दहन अपर रात्रि 3 बजे के बाद करना शास्त्र सम्मत रहेगा। पंचांगकर्ता ज्योतिषाचार्य पं.आनंदशंकर व्यास ने बताया 17 मार्च को होलिका का पूजन होगा। होली पूजन के लिए प्रदोषकाल का समय सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस बार शाम 6 बजकर 34 मिनट से रात 8 बजकर 10 मिनट तक होली पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। महिलाएं परिवार में सुख-समृद्धि तथा संतान की दीर्घायु के लिए होलिका का पंचोपचार पूजन कर सकती हैं। विशेष यह है कि होली पर दोपहर 1.10 बजे से रात 1.30 बजे तक भद्रा रहेगी। भद्रा के दौरान होलिका का पूजन निषेध नहीं है, लेकिन दहन करना निषेध माना गया है। इसलिए प्रदोष काल में पूजन के बाद अपर रात्रि में रात 3 बजे से सुबह 5 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त में होलिका का दहन किया जा सकता है।

धुलेंडी के दिन रंग पर्व : मालवा की लोकपरंपरा अनुसार धुलेंडी पर 18 मार्च को रंग पर्व मनाया जाएगा। इस दिन लोग इष्ट, मित्र तथा परिवार के साथ रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में तड़के चार बजे भस्मारती में भगवान महाकाल को पुजारी हर्बल गुलाल अर्पित कर होली खेलेंगे। शहर के पुष्टिमार्गीय वैष्णव मंदिरों में ठाकुरजी फूल बंगले में होली खेलेंगे। सांदीपनि आश्रम में पांच दिवसीय गुलाल होली की शुरुआत होगी।

महाकाल मंदिर में 17 को मनेगी होली

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 17 मार्च को सबसे होली मनाई जाएगी। पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया धुलेंडी पर राजाधिराज महाकाल हर्बल गुलाल से होली खेलेंगे। रंगपंचमी पर टेसू के फूलों से बने रंग से होली मनाई जाएगी। मंदिर की पंरपरा अनुसार दोनों ही दिन तड़के 4 बजे भस्मारती में होली उत्सव मनाया जाएगा। धुलेंडी पर पुजारी भगवान महाकाल के साथ गुलाल से होली खेलेंगे। रंगपंचमी पर करीब टेसू के फूलों से बने रंग से होली होगी। पुजारियों द्वारा मंदिर परिसर में ही टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किया जाता है। दोनों ही दिन भक्त भी होली उत्सव में शामिल होते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *